इस समय तनोट वॉरियर बीएसएफ बटालियन बाड़मेर में है और इस मूर्ति के दर्शन के लिए बाड़मेर के विधायक और गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष स्वयं पहुंचे और पूजा अर्चना की। और MLA मेवा राम जैन ने कहा की हमारा सौभाग्य है की आज माता जी के हमें बाड़मेर में दर्शन हुए और मुझे जैसे ही इस बात की जानकारी हुई तो तुरंत दर्शन के लिए आया और माता जी से प्रदेश में अमन चैन और खुशहाली की कामना की ।
अब हम आपको जो कहानी बताने जा रहे हैं हालांकि ऐसी मान्यता है कि जिस समय 1965 के युद्ध के दौरान भारत के तनोट माता मंदिर क्षेत्र में सैनिक कम थे लेकिन पाकिस्तान की सेना ने जब वहां की तोपों के द्वारा बम बरसाए वह बम तनोट माता मंदिर के परिसर के अंदर जितने भी गिरे वह एक भी नहीं फूटा । नहीं किसी जवान को नुकसान हुआ इसीलिए तनोट माता मंदिर की मान्यता आज भी पूरे देश के अंदर सैनिकों और भारत के नागरिकों के अंदर बहुत ज्यादा है
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