देश के संविधान एक मंत्री की कुछ मर्यादा तय होती है और उसकी शब्दावली पर जनता भी गौर करती है लेकिन अगर एक मंत्री द्वारा शब्दावली में अमर्यादित टिप्पणी करें तो सवाल उठने लाजमी बनते है । ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें मंत्री कैलाश चौधरी बजरी खनन को लेकर रॉयल्टी ठेकेदारों द्वारा विवाद के बाद युवक नाथू खान की हत्या के बाद धरने पर बैठे परिजन और समाज के लोगों के साथ धरना स्थल पर पहुंचे केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी की पुलिस अधीक्षक से फोन पर वार्ता के दौरान अपशब्दो का प्रयोग कर रहे है जो अभी सोशियल मिडिया पर जम कर वायरल हो रहे है । अगर मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज होता है तो आने वाले दिनों में मंत्री की तकलीफे बढ़ सकती है ।
राजनेता अपने संविधान की जो कसम लेते हैं उसको तार-तार करने में भी नहीं चूकते ऐसा ही कुछ सामने आया है केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्री कैलाश चौधरी का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कैलाश चौधरी ना केवल असंसदीय शब्दों का उपयोग कर रहे हैं बल्कि अपशब्द भी बोल रहे हैं यह पूरा मामला बाड़मेर में के जसोल थाना क्षेत्र में अवैध बजरी खनन को लेकर हुई 4 दिन पूर्व जसोल थाना क्षेत्र के नाथू खाकी हत्या के बाद परिजनों व समाज के लोगों द्वारा रॉयल्टी ठेकेदारों के खिलाफ आक्रोश व धरने पर पहुंचे केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने ना केवल राज्य सरकार को आड़े हाथ लिया बल्कि बाड़मेर पुलिस अधीक्षक से फोन पर वार्ता करते वक्त उन्हें उन्होंने शब्दों की मर्यादाओं को लांग ते हुए बालोतरा सी यू धन फूल मीणा के बारे में अमर्यादित व अभद्र शब्दावली का उपयोग करने में भी नहीं चूके केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है ऐसे में अब एक बड़ा सवाल कि क्या बालोतरा सीओ धनफूल मीणा इस शब्दावली के बाद कोई कानूनी कार्रवाई करवाएंगे या नेताओं के दबाव में अपनी जुबान चुप रखेंगे ।
लेकिन जिस तरीके से एक केंद्र के मंत्री द्वारा अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया गया है यह जनता के अंदर खूब वायरल और मंत्री की शब्दावली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं