बाड़मेर के दिपक का रणजी टीम में चयन
दिपक कड़वासरा ने जिला क्रिकेट संघ बाड़मेर के संजय स्टेडियम पर आठ वर्ष की आयु से खेलना प्रारंभ किया था,
10 वर्ष की आयु में द्रोणाचार्य पुरस्कार प्राप्त कर क्रिकेट कोच स्व. तारक सिन्हा की देख-रेख में व अनिल सिन्हा द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया,
वहीं उसके बाद दिल्ली के सोनेट कल्ब से दिल्ली में ही क्रिकेट खेलना प्रारंभ रखा,
उसके पश्चात् अनिल सिन्हा के मार्ग-दर्शन व प्रषिक्षण में 14 वर्ष की टीम में भाग लिया उसके पश्चात् 16 वर्षीय में दो बार राजस्थान का प्रतिनिधित्व किया व न्.19 विनु माकड़ ट्रफी में राजस्थान टीम का प्रतिनिधित्व दो बार किया, वहीं उसके बाद राजस्थान न्.19 की टीम का कप्तान का दायित्व भी निभाया व न्.23 सीके नायडू ट्रफी में राजस्थान का राष्ट्रीय स्तर पर दो बार प्रतिनिधित्व किया। विजय हजारे व लिस्ट ए क्रिकेट जो रणजी वनडे के रूप में भी जाना जाता है, उसका दो बार राजस्थान की टीम का प्रतिनिधित्व किया, सेमह मुस्ताक अली 20-20 क्रिकेट घरेलु चैंपियनशिप में भी एक बार प्रतिनिधित्व किया और अभी दीपक कड़वासरा भारत की प्रथम श्रेणी सबसे बड़ी रणजी टीम का हिस्सा बने है जो राजस्थान रणजी की टीम में आगामी 14 फरवरी को त्रिवेंद्रमपुरम् में होने जा रही है उसमें राजस्थान की रणजी टीम में खिलाड़ी के तैर पर खेलेगें गौरतलब है कि बाड़मेर जिले के लिए खुशी व गर्व की बात है। बाड़मेर जिले से एक मात्र रणजी खिलाड़ी निकला है और बाड़मेर के खेल प्रेमीयों में खुशी का माहौल है। क्यों कि उन्ही के बीच में खेलते हुए दीपक में क्रिकेट जुनून बचपन से ही था जिसके लिए कड़ी मेहनत की ओर उसी का नतीजा है कि दीपक का रणजी ट्रॉफी टीम के लिए चयन हुआ है ।